रूठ जाने के तरीके और भी थे मगर आँखों में समंदर ही क्यों लाना था तुम्हे …
Enjoy more »आस्मां के रंग बदलते देख तू क्यों हैरान है ये मौसम भी मेहरबान है तो तुझपे म…
Enjoy more »तुम अँधेरी रात की चांदनी मै नीले आस्मां का उजाला फिर भला मिलन होता कैसे…
Enjoy more »वो बहती सी कोई नदी, उसे ठहरना नहीं आता मै तालाब का रुका पानी, मुझे चलना नह…
Enjoy more »अंधेरों में दिन गुज़ारे हैं मैंने रात में उजाला देखा है ज़िन्दगी का सफर अ…
Enjoy more »मुझे समझने की कोशिश मत करना इक उलझा हुआ ऐलान हूँ मैं कभी हलकी हलकी सी ह…
Enjoy more »जिसमे नज़र आये तू सच हो हर वो सपना तेरे दिल में घर बनाऊ और कहूं उसे आ…
Enjoy more »दरिया तो खुद साफ़ हो कर ही बहता है, अजीब है इन्सान भी सफाई खुद की करने…
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